Himanshu shukla
अंतर्राष्ट्रीय समाचार

14 जुलाई 2025: विश्व की प्रमुख खबरें – अंतरिक्ष मिशन, यूरोपीय गर्मी संकट, जापान-मंगोलिया संबंध और वैश्विक परमाणु चिंता

विश्व समाचार – 14 जुलाई 2025

Himanshu shukla

🚀 भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ल की आज पृथ्वी पर वापसी

भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ल, जो कि Axiom Space के प्राइवेट मिशन Ax-4 के तहत अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) गए थे, आज 14 जुलाई को सफलतापूर्वक पृथ्वी पर लौटने वाले हैं। यह स्पेसएक्स के ड्रैगन कैप्सूल के जरिए मैक्सिको की खाड़ी में स्प्लैशडाउन के साथ पूरा होगा। इस मिशन में उनके साथ अमेरिका की पूर्व अंतरिक्ष यात्री पैगी व्हिटसन, पोलैंड के स्लावोस उज़्नांस्की और हंगरी के टिबोर कपू भी शामिल थे। इस 14 दिन के मिशन में उन्होंने 230 से ज्यादा बार पृथ्वी की परिक्रमा की और कई वैज्ञानिक प्रयोग किए।

Heat wave

🔥 यूरोप और भूमध्य सागर में भीषण गर्मी और जंगलों में आग

यूरोप और भूमध्यसागरीय देशों (जैसे कि फ्रांस, स्पेन, ग्रीस और तुर्की) में गर्म हवाओं और लू की वजह से भीषण जंगल की आग लगी हुई है। हजारों लोग प्रभावित हुए हैं, कई की जान चली गई है और बड़ी संख्या में लोग अपने घर छोड़ने को मजबूर हुए हैं।

👑 जापान के सम्राट का मंगोलिया दौरा

जापान के सम्राट नारुहितो और महारानी मसाको ने मंगोलिया का सफल राजकीय दौरा पूरा किया है। उन्होंने इसे “यादगार और ऐतिहासिक” बताया। इस दौरे से जापान और मंगोलिया के रिश्ते और प्रगाढ़ हुए हैं।


Japan

☢️ परमाणु बम पीड़ितों की चिंता

जापान में 70% परमाणु बम पीड़ित (हिबाकुशा) ने दोबारा परमाणु हथियारों के इस्तेमाल की आशंका जताई है। बढ़ते वैश्विक तनाव के बीच यह चिंता गंभीर है।

📌 त्वरित झलक:

देश/घटना विवरण
भारत शुभांशु शुक्ल अंतरिक्ष से लौट रहे हैं
यूरोप गर्मी और जंगल की आग से तबाही
जापान-मंगोलिया सम्राट का सफल राजकीय दौरा
वैश्विक चिंता परमाणु हथियारों पर दोबारा उपयोग की आशंका
विमल "हिंदुस्तानी"
"लेखक ने दिल्ली एनसीआर के प्रमुख संस्थान से Mass Communication & Journalisam with Advertisment मे दो वर्ष अध्ययन किया है एवं पिछले दस वर्षों से मीडिया जगत से जुड़े हैं। उन्होंने विभिन्न न्यूज़ चैनलों में संवाददाता के रूप में कार्य किया है और एक समाचार पत्र का संपादन, प्रकाशन तथा प्रबंधन भी स्वयं किया है। लेखक की विशेषता यह है कि वे भीड़ के साथ चलने के बजाय ऐसे विषयों को उठाते हैं जो अक्सर अनछुए रह जाते हैं। उनका उद्देश्य लेखनी के माध्यम से भ्रम नहीं, बल्कि ‘ब्रह्म’ – यानि सत्य, सार और सच्चाई – को प्रस्तुत करना है।"