डॉ. संदीप सरावगी ने निभाया भाई का फर्ज
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रेनू को आशीर्वाद एवं उपहार देकर डॉ० संदीप ने निभाया मानव धर्म

रेनू को आशीर्वाद एवं उपहार देकर डॉ० संदीप ने निभाया मानव धर्म

झांसी। समाज सेवा का सही स्वरूप तब देखने को मिलता है जब कोई निस्वार्थ भाव से किसी जरूरतमंद के जीवन में सहारा बन जाए। ऐसा ही एक मार्मिक उदाहरण संघर्ष सेवा समिति के माध्यम से सामने आया है, जहां उन्नाव गेट निवासी रेनू को विवाह पूर्व आशीर्वाद एवं आवश्यक उपहार प्रदान कर डॉ. संदीप सरावगी ने न केवल सामाजिक सरोकार निभाया बल्कि मानव धर्म की उत्कृष्ट मिसाल भी पेश की।

संघर्ष सेवा समिति लंबे समय से झांसी में सामाजिक सेवा कार्य कर रही है, जिसमें मुख्य रूप से निर्धन कन्याओं के विवाह हेतु सहयोग, सामूहिक विवाह आयोजन, और जरूरतमंद परिवारों की मदद शामिल है। इसी कड़ी में अब रेनू को समिति परिवार का एक और हिस्सा बनाया गया।

रेनू, जो कि एक कपड़े की दुकान पर काम कर अपने परिवार का भरण-पोषण स्वयं कर रही हैं, उनके पिता का पूर्व में ही निधन हो चुका है। उनकी माता विमला वर्मा ने बेटी के विवाह में बड़े भाई के रूप में डॉ. संदीप सरावगी को आमंत्रित किया। इस भावनात्मक आमंत्रण को स्वीकार करते हुए डॉ. संदीप ने न केवल बहन का फर्ज निभाया, बल्कि उसे विवाह की पूर्व संध्या पर अपने संगठन संघर्ष सेवा समिति कार्यालय में बुलाकर कई उपहार भेंट किए।

🎁 क्या-क्या मिला उपहार में?

इस अवसर पर रेनू को किचन सेट, साड़ी, सूटकेस, और अन्य गृहस्थी का सामान भेंटस्वरूप दिया गया। यह न केवल एक भौतिक सहयोग था, बल्कि एक बहन के नए जीवन की शुरुआत को आशीर्वाद देने का आत्मीय प्रयास भी था। उपस्थित सभी लोगों ने रेनू को उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दीं।

🛕 इस्कॉन प्रतिनिधियों का आशीर्वाद

कार्यालय में आयोजित इस विशेष क्षण के साक्षी बने इस्कॉन मंदिर झांसी से पधारे महेश्वर चंद्र दास, गोविंद प्रभु एवं दामोदर बंधु प्रभु, जिन्होंने रेनू को धर्म, प्रेम, और सद्भाव से परिपूर्ण जीवन की शुभकामनाएं दीं। साथ ही उन्होंने डॉ. संदीप सरावगी द्वारा किए जा रहे सेवा कार्यों की भूरि-भूरि प्रशंसा भी की।

उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि 14, 15 और 16 जुलाई को क्राफ्ट मेला मैदान में भव्य धार्मिक आयोजन किया जा रहा है, जिसमें झांसी जनपद की समस्त जनता को आमंत्रित किया गया है।

👩‍🦰 रेनू की भावुक प्रतिक्रिया

रेनू ने इस अवसर पर कहा,

“संघर्ष सेवा समिति से जुड़कर घर जैसा माहौल महसूस हुआ। संदीप भईया से मिलकर बहुत अच्छा लगा। वे न केवल एक भाई हैं, बल्कि पिता जैसी छाया भी हैं।”

उनकी मां विमला वर्मा की आंखें भी इस आत्मीय समर्थन को देखकर नम थीं।

🧑‍⚕️ डॉ. संदीप का मानवीय संदेश

डॉ. संदीप सरावगी ने कहा,

“रेनू जीवनभर खुश रहें, यही मेरी ईश्वर से कामना है। यदि कभी भी उसे या किसी भी बहन-बेटी को कोई समस्या होती है, तो हमारा संघर्ष सेवा समिति परिवार उसके साथ खड़ा मिलेगा।”

इस तरह के संदेश आज के समाज में भरोसे और सहयोग की संस्कृति को जीवंत करते हैं।


👥 प्रमुख लोग जो रहे उपस्थित:

इस अवसर पर कई सम्मानित व्यक्ति भी उपस्थित रहे जिनमें प्रमुख रूप से:
गीता वर्मा, ज्वाला प्रसाद, प्रीतम सिंह प्रेमी, चंदन वर्मा, वर्षा वर्मा, ब्रजकिशोर, कमल मेहता, मास्टर मुन्नालाल, बॉबी, नेहा चाचरा बहल (चाहत कवियत्री), सूरज प्रसाद वर्मा, अरुण पांचाल, राहुल रायकवार, राजू सेन, आशीष विश्वकर्मा, सुशांत गेडा, संदीप नामदेव, महेंद्र रायकवार, बसंत गुप्ता, दीक्षा साहू, राकेश अहिरवार, कमल मेहता आदि मौजूद रहे।

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विमल "हिंदुस्तानी"
"लेखक ने दिल्ली एनसीआर के प्रमुख संस्थान से Mass Communication & Journalisam with Advertisment मे दो वर्ष अध्ययन किया है एवं पिछले दस वर्षों से मीडिया जगत से जुड़े हैं। उन्होंने विभिन्न न्यूज़ चैनलों में संवाददाता के रूप में कार्य किया है और एक समाचार पत्र का संपादन, प्रकाशन तथा प्रबंधन भी स्वयं किया है। लेखक की विशेषता यह है कि वे भीड़ के साथ चलने के बजाय ऐसे विषयों को उठाते हैं जो अक्सर अनछुए रह जाते हैं। उनका उद्देश्य लेखनी के माध्यम से भ्रम नहीं, बल्कि ‘ब्रह्म’ – यानि सत्य, सार और सच्चाई – को प्रस्तुत करना है।"