हरियाली तीज 2025 : पहली बार हरियाली तीज व्रत कैसे रखें? जान बढ़िया विधि, हरे रंग का महत्व
🌿 Hariyali Teej 2025
27 जुलाई 2025 को हरियाली तीज का पावन पर्व मनाया जा रहा है। यह पर्व विशेषकर सुहागिनों द्वारा पति की लंबी आयु और अच्छे वर की प्राप्ति की कामना से व्रत किया जाता है। इस लेख में त्योहार से जुड़ी समस्त जानकारी लाइव स्टाइल में पढ़ें।
Hariyali Teej 2025: बहू ज़रूर करें ये 5 काम — रिश्ते होंगे मजबूत
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सुबह उठकर सबसे पहले बड़ों का आशीर्वाद लें।
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सुहागिन 16 श्रृंगार करके पूजा करें।
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सिंजारा सामग्री का स्वयं इस्तेमाल करें, उधार नहीं लें।
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पूजा हेतु स्वयं कुछ मीठा भोग बनाएं।
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ननद एवं देवरानी को सुहाग सामग्री अर्पित करें; सास-जेठानी के साथ झूला झूलें।
हरियाली तीज 2025 Puja Vidhi: पूजा विधि
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घर को साफ करके तोरण और मंडप से सजाएँ।
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मिट्टी की चौकी पर शिवलिंग, गणेशजी, मां पार्वती और उनकी सखियों की प्रतिमाएँ बनायें।
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सुहाग सामग्री थाली में सजाएं और मां पार्वती को अर्पित करें।
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इसके बाद भगवान शंकर को वस्त्र अर्पण करें, फिर षोडशोपचार पूजन करें।
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अंत में हरियाली तीज की कथा सुनें या पढ़ें।
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रात्रि में चंद्र दर्शन अवश्य करें।
Teej Sinjara 2025: हरियाली तीज से पहले क्यों भेजते हैं सिंजारा?
हरियाली तीज से एक दिन पूर्व मायके से ससुराल बेटी के लिए सिंजारा भेजते हैं। इसमें वस्त्र, श्रृंगार-सामग्री, मेहंदी और मिठाइयाँ शामिल होती हैं। इसे “श्रृंगार दिवस” कहा जाता है क्योंकि यह बेटी के सुहागिन जीवन और सांस्कृतिक सम्मान की कामना का प्रतीक है।
हरियाली तीज : पूजा सामग्री
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मिट्टी (शिवलिंग चौकी), पंचामृत, श्रीफल, जनेऊ, गंगाजल, कलश, चावल, आक फूल, फल, शहद, व्रत की पुस्तक, मिठाई, दक्षिणा, नारियल (जटा वाला), पीले वस्त्र, चंदन, बेलपत्र, धतूरा, शमी पत्ते, सुपारी, अक्षत, दूर्वा, घी, कपूर, अबीर-गुलाल, धूप, मिश्री आदि।
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सुहाग सामग्री: माता पार्वती के लिए हरे रंग की साड़ी, माहौर, काजल, कंघी, चुनरी, सिंदूर, बिंदी, चूड़ियाँ, मेहंदी, दर्पण, श्रृंगार-सामग्री आदि।
हरियाली तीज 2025: कैसे करें पूजा की तैयारी?
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सुबह जल्दी उठकर सूर्य को अर्घ्य दें, फिर पीपल को जल चढ़ाएँ।
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व्रत संकल्प लें और सिंजारा की सुहाग सामग्री धारण करें।
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16 श्रृंगार करके पूजा थाली तैयार करें।
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मिट्टी से शिव-पार्वती की मूर्ति बनाकर कथा का पाठ करें।
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पूरे दिन व्रत-उपवास रखें, दोपहर में न सोएं, झूला झूलें व गीत गायें।
हरियाली तीज का शिव-पार्वती से संबंध
परंपरा है कि माता पार्वती ने 107 जन्मों में शिव को पति स्वरूप प्राप्त करने के लिए तपस्या की। 108वें जन्म में उन्हें शिव मिलता है। इस पुनर्मिलन की स्मृति में हरियाली तीज व्रत अखंड सौभाग्य और मनचाहा वर पाने के लिए अत्यंत शुभ माना जाता है।
हरियाली तीज 2025 Puja Muhurat: शुभ मुहूर्त
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ब्रह्म मुहूर्त: सुबह 04:46 – 05:30 बजे
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प्रातः संध्या: सुबह 05:08 – 06:14 बजे
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पूजा मुहूर्त: सुबह 07:22 – दोपहर 12:27 बजे
हरियाली तीज 2025 — क्यों है यह पर्व खास?
हरियाली तीज केवल एक व्रत या त्योहार नहीं हैं, यह आत्म-अनुशासन, पारंपरिक श्रृंगार, सौभाग्य, प्रेम और ऊर्जा से जुड़ा एक सुंदर उत्सव है। पूजा विधि, सिंजारा परंपरा, भक्ति और धार्मिक कथा, चंद्रा दर्शन और सामाजिक रस्में इसे प्रभावशाली बनाती हैं।
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यह लेख धार्मिक मान्यताओं, परंपराओं और शास्त्रों पर आधारित जन-सामान्य की आस्था और लोक व्यवहार को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है। इसमें दी गई पूजा विधि, सामग्री सूची व कथाएं विभिन्न पुराणों, धार्मिक पुस्तकों और लोक मान्यताओं से संकलित की गई हैं। TV10 Network इनकी पुष्टि या खंडन नहीं करता। पाठक इसे केवल धार्मिक/सांस्कृतिक जानकारी के रूप में लें। किसी भी निर्णय या क्रिया से पूर्व संबंधित विशेषज्ञ या पंडित से परामर्श अवश्य करें। यदि आपके पास कोई सुझाव, जानकारी या लेख हो, तो हमें info@tvtennetwork.com पर ईमेल करें या 7068666140 पर व्हाट्सएप करें। आपकी सहभागिता हमारे लिए प्रेरणास्रोत है।