🌿 हरियाली तीज 2025 का चांद कब निकलेगा?
हरियाली तीज 2025 में 27 जुलाई को मनाई जाएगी। इस दिन चंद्रमा का उदय सुबह 7:57 AM पर होगा और रात 9:05 PM पर चंद्रास्त होगा। हालांकि, पूजा के लिए चंद्रमा के दर्शन सूर्यास्त के बाद किए जाते हैं क्योंकि मान्यता है कि शाम के समय चंद्रमा को अर्घ्य देने से स्त्रियों को मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है।
🌙 हरियाली तीज पर चांद क्यों देखती हैं स्त्रियां?
हरियाली तीज का पर्व केवल शिव-पार्वती पूजन तक सीमित नहीं है, बल्कि इसमें चंद्रमा का विशेष स्थान है। चंद्रमा को हिंदू धर्म में शीतलता, मानसिक संतुलन, सौंदर्य और समृद्धि का प्रतीक माना गया है।
हरियाली तीज के दिन महिलाएं निर्जला व्रत करती हैं, जिससे शरीर और मन दोनों पर असर पड़ता है। चंद्र दर्शन से मानसिक शांति प्राप्त होती है और ऊर्जा पुनः संचित होती है। चंद्रमा की रोशनी में बैठना, उसे अर्घ्य देना और उसकी पूजा करना, इन सभी क्रियाओं से मन शांत होता है और विवाह जीवन में सामंजस्य आता है।
ज्योतिषीय दृष्टिकोण से भी चंद्रमा की पूजा करने से कुंडली में स्थित चंद्रदोष, मानसिक तनाव, अनावश्यक चिंता, पारिवारिक कलह और अस्थिरता जैसे नकारात्मक प्रभाव कम होते हैं।
🪔 हरियाली तीज पर चंद्रमा की पूजा कैसे करें?
हरियाली तीज की शाम को सूर्यास्त के बाद महिलाएं अपने पूजन स्थान या छत/आंगन में जाकर चंद्रमा को अर्घ्य देती हैं। इसके लिए जल में दूध और चावल मिलाकर चंद्रमा को अर्पित किया जाता है।
पूजन मंत्र:ॐ दधिशंखतुषाराभं क्षीरोदार्णवसंभवम्। नमामि शशिनं सोमं शंभोर्मुकुटभूषणम्॥
दीपक जलाने की विधि:
चंद्र पूजन के समय पश्चिम दिशा की ओर मुख करके घी का दीपक जलाएं।
इसके बाद कुछ देर चंद्रमा की चांदनी में बैठें, मन से प्रार्थना करें और पति की लंबी उम्र, संतान सुख, पारिवारिक सुख-शांति और मानसिक स्थिरता की कामना करें।
🌕 चंद्रमा की पूजा के लाभ
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कुंडली में चंद्र दोष दूर होता है
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मानसिक अशांति और चिंता समाप्त होती है
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विवाह में सामंजस्य और प्रेम बना रहता है
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पारिवारिक सुख-शांति में वृद्धि होती है
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आत्मबल और मानसिक संतुलन मजबूत होता है
🙏🏻 हरियाली तीज: त्योहार नहीं, आत्म-अनुशासन का उत्सव
हरियाली तीज केवल व्रत नहीं, आध्यात्मिक अनुशासन और प्रकृति के साथ समरसता का प्रतीक है। शिव-पार्वती के अटूट प्रेम की गाथा हो या चंद्रमा की शीतल ऊर्जा, यह पर्व स्त्रियों को मानसिक रूप से मजबूत बनने और परिवार के लिए प्रार्थना करने का एक सुंदर अवसर देता है।
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(डिस्क्लेमर/अस्वीकरण)
यह लेख धार्मिक मान्यताओं, परंपराओं और शास्त्रों पर आधारित जन-सामान्य की आस्था और लोक व्यवहार को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है। इसमें दी गई पूजा विधि, सामग्री सूची व कथाएं विभिन्न पुराणों, धार्मिक पुस्तकों और लोक मान्यताओं से संकलित की गई हैं। TV10 Network इनकी पुष्टि या खंडन नहीं करता। पाठक इसे केवल धार्मिक/सांस्कृतिक जानकारी के रूप में लें। किसी भी निर्णय या क्रिया से पूर्व संबंधित विशेषज्ञ या पंडित से परामर्श अवश्य करें। यदि आपके पास कोई सुझाव, जानकारी या लेख हो, तो हमें info@tvtennetwork.com पर ईमेल करें या 7068666140 पर व्हाट्सएप करें। आपकी सहभागिता हमारे लिए प्रेरणास्रोत है।