Elon Musk vs Donald Trump: अमेरिकी राजनीति में एक नई हलचल मची है जब टेस्ला और स्पेसX के प्रमुख एलन मस्क ने ‘अमेरिका पार्टी’ (America Party) नाम से अपनी नई राजनीतिक पार्टी की घोषणा कर दी। लेकिन यह कदम उनके पुराने राजनीतिक सहयोगी डोनाल्ड ट्रंप को रास नहीं आया। ट्रंप ने मस्क के इस फैसले को ‘हास्यास्पद’ और ‘भ्रम पैदा करने वाला’ करार देते हुए चेतावनी दी है कि ऐसी तीसरी पार्टियां अमेरिका में कभी सफल नहीं हुई हैं।
🧨 दोस्ती से तकरार तक: मस्क और ट्रंप की राहें अलग
एलन मस्क और डोनाल्ड ट्रंप के संबंध कभी बेहद घनिष्ठ थे। मस्क ने पहले कई बार ट्रंप की आर्थिक नीतियों का समर्थन भी किया था। लेकिन ‘वन बिग ब्यूटीफुल बिल एक्ट’ को लेकर दोनों के बीच गंभीर मतभेद हो गए। मस्क ने इस बिल को ‘अव्यावहारिक और दिखावटी’ बताया था और इसके विरोध में खुलकर बोलते हुए खुद को ट्रंप की रिपब्लिकन पार्टी से अलग कर लिया।
इसके बाद मस्क ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक सर्वे चलाया जिसमें पूछा गया कि क्या अमेरिका को एक नई राजनीतिक पार्टी की जरूरत है। इस सर्वे में 65.4% लोगों ने ‘हां’ में जवाब दिया और इसके कुछ ही दिनों बाद मस्क ने ‘America Party’ का ऐलान कर दिया।
🗣️ ट्रंप की प्रतिक्रिया: “हास्यास्पद और भ्रम पैदा करने वाला कदम”
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, डोनाल्ड ट्रंप ने मस्क के इस कदम पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा:
“मुझे लगता है कि तीसरी पार्टी बनाना हास्यास्पद है। अमेरिका की राजनीति दो ही पार्टियों के इर्द-गिर्द घूमती है — डेमोक्रेट और रिपब्लिकन। तीसरी पार्टियां कभी काम नहीं करतीं। मस्क इसके साथ सिर्फ मज़े कर सकते हैं, पर इससे जनता में सिर्फ भ्रम फैलेगा।”
ट्रंप ने आगे कहा:
“तीसरी पार्टी की भूमिका सिर्फ अराजकता फैलाने की होती है। हम पहले भी डेमोक्रेट्स के खिलाफ ऐसे हालात देख चुके हैं।”
🚩 अमेरिका पार्टी का मकसद: ‘स्वतंत्रता की वापसी’
एलन मस्क ने अपनी पार्टी के उद्देश्यों को भी स्पष्ट किया है। उन्होंने कहा कि ‘America Party’ का मकसद है —
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अमेरिकी जनता को फिर से स्वतंत्रता का अधिकार दिलाना
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तकनीकी नीतियों में पारदर्शिता और तार्किक सुधार
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राजनीतिक भ्रष्टाचार से लड़ना और नई सोच को बढ़ावा देना
मस्क का मानना है कि मौजूदा रिपब्लिकन और डेमोक्रेट पार्टियां अब जनता की जरूरतों का प्रतिनिधित्व नहीं करतीं। इसलिए जनता को एक “वास्तविक विकल्प” देने की जरूरत है।
🔍 विश्लेषण: क्या तीसरी पार्टी सफल होगी?
इतिहास की बात करें तो अमेरिका में तीसरी पार्टी का प्रयोग बहुत बार हुआ है, लेकिन उनमें से कोई भी दीर्घकालिक प्रभाव नहीं छोड़ पाया। चाहे वो ‘ग्रीन पार्टी’ रही हो या ‘लिबर्टेरियन पार्टी’ — ये पार्टियां कभी भी राष्ट्रपति चुनाव में प्रमुख चुनौती नहीं बन सकीं।
हालांकि, एलन मस्क की लोकप्रियता, उनकी आर्थिक ताकत और टेक्नोलॉजिकल सोच उन्हें बाकी तीसरी पार्टियों से अलग बनाती है। उनके पास न केवल लाखों की फॉलोइंग है, बल्कि वह एक नवाचार और बेबाकी का प्रतीक माने जाते हैं।
🔮 आगे की राह: मस्क बनाम ट्रंप?
मस्क ने अभी तक स्पष्ट नहीं किया है कि वह 2028 या उससे पहले के किसी राष्ट्रपति चुनाव में उम्मीदवार बनेंगे या नहीं, लेकिन राजनीतिक गलियारों में यह चर्चा जोर पकड़ चुकी है। यदि मस्क सीधे चुनाव मैदान में उतरते हैं, तो यह निश्चित रूप से ट्रंप और डेमोक्रेट उम्मीदवारों के लिए एक बड़ी चुनौती बन सकता है।
एलन मस्क की ‘अमेरिका पार्टी’ की घोषणा ने अमेरिकी राजनीति में एक नया अध्याय जोड़ दिया है। वहीं, डोनाल्ड ट्रंप की तीखी प्रतिक्रिया इस बात का संकेत है कि यह सिर्फ एक नई पार्टी नहीं, बल्कि मौजूदा राजनीतिक ढांचे के खिलाफ एक जमीनी चुनौती है। क्या मस्क वाकई तीसरी ताकत बन पाएंगे, या ट्रंप की चेतावनी सच साबित होगी — यह समय ही बताएगा। लेकिन इतना तय है कि मस्क बनाम ट्रंप की यह लड़ाई आने वाले चुनावों को रोचक और अप्रत्याशित बना देगी।