🍛 आज की विस्तारपूर्वक रेसिपी: दही वाले आलू (Curd Potato Curry)
🔸 परिचय:
दही वाले आलू एक पारंपरिक भारतीय रेसिपी है जो उत्तर भारत के कई घरों में विशेष मौकों, व्रत या सामान्य भोजन के रूप में बनाई जाती है। दही और आलू का यह मेल बेहद सौम्य, सुपाच्य और लाजवाब स्वाद से भरपूर होता है। इस डिश में न तो प्याज है और न ही लहसुन, जिससे यह व्रत, उपवास या धार्मिक अवसरों के लिए आदर्श बन जाती है।
🕰️ तैयारी और पकाने का समय:
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तैयारी का समय: 10 मिनट
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पकाने का समय: 20 मिनट
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कुल समय: लगभग 30 मिनट
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परोसने की मात्रा: 3–4 लोगों के लिए
🍽️ आवश्यक सामग्री:
सामग्री | मात्रा |
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उबले हुए आलू | 4–5 मध्यम आकार के |
ताज़ा दही (फेंटा हुआ) | 1 कप |
घी या मूंगफली का तेल | 2 बड़े चम्मच |
जीरा | 1 छोटा चम्मच |
हींग | 1 चुटकी |
अदरक (कद्दूकस किया) | 1 छोटा चम्मच |
हरी मिर्च (बारीक कटी) | 1-2 नग |
हल्दी पाउडर | ½ छोटा चम्मच |
धनिया पाउडर | 1 छोटा चम्मच |
लाल मिर्च पाउडर | ½ छोटा चम्मच (स्वाद अनुसार) |
सेंधा नमक या सादा नमक | स्वादानुसार |
पानी | आवश्यकतानुसार |
हरा धनिया (कटा हुआ) | सजावट के लिए |
👨🍳 बनाने की विधि:
1. आलू की तैयारी:
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आलुओं को उबालकर छील लें और मनचाहे आकार में काट लें। आप चाहें तो हल्का मैश भी कर सकते हैं ताकि ग्रेवी को गाढ़ापन मिले।
2. तड़का तैयार करें:
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कढ़ाही में घी या तेल गरम करें। जीरा डालें, फिर उसमें हींग, अदरक और हरी मिर्च डालकर थोड़ा भूनें।
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इसके बाद हल्दी, धनिया और लाल मिर्च पाउडर डालें और थोड़ा सा पानी मिलाकर मसालों को जलने से बचाएं।
3. दही डालें:
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अब फेंटा हुआ दही धीरे-धीरे डालें और गैस को धीमा रखें। लगातार चलाते रहें ताकि दही फटे नहीं।
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दही और मसालों को 2–3 मिनट तक पकने दें।
4. आलू मिलाएं:
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कटे हुए उबले आलू डालें और सेंधा नमक डालें।
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ज़रूरत के अनुसार थोड़ा पानी डालें और ढककर 10–15 मिनट तक धीमी आंच पर पकाएं।
5. अंतिम स्टेप:
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जब आलू और दही अच्छी तरह मिक्स हो जाएं और ग्रेवी गाढ़ी हो जाए, तो ऊपर से हरा धनिया डालें।
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आंच बंद करें और थोड़ी देर ढककर रखें ताकि स्वाद अंदर तक समा जाए।
🫓 परोसने का तरीका:
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व्रत में: कुट्टू या सिंघाड़े के आटे की पूरी, समा के चावल या साबूदाना खिचड़ी के साथ परोसें।
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सामान्य भोजन में: रोटी, पराठा या जीरा राइस के साथ इसका आनंद लें।
🌿 स्वास्थ्य लाभ:
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दही पाचन शक्ति बढ़ाने में मदद करता है, यह प्रोबायोटिक गुणों से भरपूर होता है।
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आलू ऊर्जा का अच्छा स्रोत है और व्रत में भूख शांत करने के लिए उपयुक्त होता है।
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हींग, जीरा, अदरक—ये तीनों ही पाचन को दुरुस्त रखते हैं और गैस की समस्या को रोकते हैं।
📜 कुछ विशेष सुझाव:
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दही हमेशा ताज़ा और फेंटा हुआ ही डालें।
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अगर आप और भी तीखा स्वाद चाहते हैं तो लाल मिर्च की जगह काली मिर्च का पाउडर डाल सकते हैं।
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ग्रेवी के गाढ़ेपन के लिए कुछ आलू हल्के से मैश करके डालें।
🙏 धार्मिक महत्त्व (व्रत में खास):
दही वाले आलू बिना लहसुन-प्याज और तामसिक पदार्थों के बनाए जाते हैं, जिससे यह एक आदर्श व्रत रेसिपी बन जाती है। इसे नवरात्रि, एकादशी, सोमवार/मंगलवार व्रत, शिवरात्रि, सावन के सोमवार आदि उपवासों में सेवन किया जा सकता है।