kaimasan mata jhansi
धरोहर अभी अभी झाँसी की धरोहर धर्म हमारी झाँसी

🌺 Kaimasan Mandir  Jhansi  : कैमासन मंदिर, झांसी – माँ कामाख्या का चमत्कारी स्वरूप जहां होती है हर मन्नत पूरी

Kaimasan Mandir  Jhansi  झाँसी, बुंदेलखंड की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक राजधानी, जहाँ की हर ईंट वीरता की कहानी कहती है। पर इस धरती पर सिर्फ तलवारों की गूंज नहीं रही, यहाँ श्रद्धा, आस्था और मातृत्व की ऐसी दिव्य गाथाएँ भी जन्मी हैं, जिनका असर आज भी लोगों के जीवन में दिखाई देता है। इन्हीं कहानियों में […]

Ganesh Mandir Jhansi
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💍 Ganesh Mandir Jhansi : झाँसी का गणेश मंदिर – रानी लक्ष्मीबाई के विवाह की साक्षी ऐतिहासिक धरोहर

Ganesh Mandir Jhansi : झाँसी का गणेश मंदिर झाँसी शहर के हृदयस्थल में स्थित गणेश मंदिर, न सिर्फ श्रद्धा का केन्द्र है, बल्कि इतिहास का भी जीता-जागता गवाह है। यही वह मंदिर है जहाँ 19 मई 1842 को झाँसी के राजा श्रीमंत गंगाधर राव और मनु बाई (जो आगे चलकर रानी लक्ष्मीबाई बनीं) का विवाह […]

पानी वाली धर्मशाला
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Paniwali dharmshala 💧 पानी वाली धर्मशाला – झाँसी की भूजल संस्कृति और विरासत

Pani wali dharmshala 💧 पानी वाली धर्मशाला झाँसी, वीरता और वास्तुकला की नगरी, जहां हर ईंट में इतिहास साँस लेता है। ऐसी ही एक अनमोल धरोहर है – पानी वाली धर्मशाला, जो न केवल स्थापत्य सौंदर्य का प्रतीक है, बल्कि झाँसी की जल संस्कृति का एक जीवंत उदाहरण भी है। 🏛️ ऐतिहासिक पृष्ठभूमि “पानी वाली […]

Gangadhar Rao ki chatri Jhansi
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Maharaja Gangadhar Rao Jhansi : महाराजा गंगाधर राव की छतरी – झांसी की स्थापत्य शान

Cenopath of Mahraja Gangadhar Rao : Jhansi झांसी, वीरता और संस्कृति की नगरी, न केवल रानी लक्ष्मीबाई के शौर्य के लिए प्रसिद्ध है, बल्कि यहां की स्थापत्य धरोहरें भी उतनी ही अद्वितीय हैं। इन्हीं में से एक है 👑 महाराजा गंगाधर राव की छतरी, जो इतिहास, कला और भावनाओं का अद्भुत संगम है। 📜 ऐतिहासिक […]

Murli Manohar Mandir Jhansi
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Murli Manohar Mandir Jhansi – झांसी का मुरली मनोहर मंदिर: जहाँ राधा-कृष्ण के संग रुक्मिणी भी पूजी जाती हैं

🌸 Murli Manohar Mandir Jhansi:  🕰️ जहाँ 250 साल पुराना इतिहास साँस लेता है… 📍 स्थान: बड़ा बाजार, झांसी, उत्तर प्रदेश📅 स्थापना वर्ष: 1780 | मूर्ति स्थापना: 1785 झांसी की तंग गलियों और बाज़ारों की चहल-पहल के बीच स्थित एक ऐसा पवित्र स्थान — मुरली मनोहर मंदिर — जहाँ भक्ति, इतिहास और प्रेम की त्रिवेणी […]

Rani Mahal Jhansi
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🏰 रानी महल झांसी : वीरता, वास्तुकला और विरासत की अमर धरोहर

Rani Mahal Jhansi : History of Jhansi 📜 इतिहास की पृष्ठभूमि रानी महल, झांसी — यह नाम सुनते ही एक ऐतिहासिक गर्जना कानों में गूंजती है। यह वह स्थान है जहाँ से भारत की सबसे साहसी रानी लक्ष्मीबाई ने अपने संघर्ष की शुरुआत की थी। इस महल का निर्माण अठारहवीं शताब्दी में झांसी के मराठा […]

Jhansi Fort
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झांसी किले का विस्तृत ऐतिहासिक कालक्रम (Chronological Timeline of Jhansi Fort)

🔹 11वीं – 17वीं शताब्दी | चंदेल वंश का प्रभुत्व झांसी का क्षेत्र उस समय बलवंत नगर के नाम से जाना जाता था। इस दौरान चंदेल वंश का शासन रहा, जिन्होंने बुंदेलखंड क्षेत्र में कई किले और मंदिर बनवाए। यह किला एक प्राचीन गढ़ी या चौकी के रूप में कार्य करता था, जिसका उद्देश्य सुरक्षा […]

Rani of Jhansi
अंतर्राष्ट्रीय अभी अभी झाँसी की धरोहर धरोहर हमारी झाँसी

Rani Laxmi Bai Death Anniversary 18 June : झांसी की रानी का अमर बलिदान और प्रेरक गाथा

“चमक उठी सन सत्तावन में वह तलवार पुरानी थी,बुंदेलों हरबोलों के मुंह हमने सुनी कहानी थी,खूब लड़ी मर्दानी, वह तो झांसी वाली रानी थी।” भारत का स्वतंत्रता संग्राम कई वीरों और वीरांगनाओं की अद्भुत कहानियों से भरा हुआ है, लेकिन जब किसी महिला योद्धा की बात आती है, तो सबसे पहला नाम रानी लक्ष्मीबाई का […]

Jhansi ki rani
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Rani Laxmibai balidan diwas : जानिए वो कौन अपना था जिसकी गद्दारी की वजह से झाँसी को झेलनी पड़ी थी हार

1857 का वर्ष भारतीय इतिहास का वह अध्याय है जिसे आज भी ‘भारत का पहला स्वतंत्रता संग्राम’ कहा जाता है। यह केवल एक विद्रोह नहीं था, यह उस गुलामी की जंजीरों को तोड़ने का पहला साहसिक प्रयास था, जिसने लाखों देशवासियों के दिलों में आज़ादी की चिंगारी सुलगाई। इस क्रांति की सबसे प्रखर, सबसे जाज्वल्यमान […]

Jhokan Bag Jhansi
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🏰 धरोहर : झोकन बाग – जब झांसी की रानी ने दी अपनों को सजा

👑 रानी लक्ष्मीबाई — एक ऐसा नाम जो आज भी साहस और स्वाभिमान का प्रतीक है। लेकिन झांसी की धरती पर 1857 में एक ऐसी त्रासदी घटी, जिसने रानी के दिल को भी झकझोर दिया। यह कहानी है झोकन बाग की — एक जगह जहां शौर्य, बलिदान और वेदना तीनों की गूंज आज भी सुनाई […]