बाबा वेंगा कौन थीं और क्यों हैं वो चर्चा में?
जब भी किसी भयावह या रहस्यमयी भविष्यवाणी की बात होती है, सोशल मीडिया पर एक नाम तेजी से वायरल हो जाता है — “बाबा वेंगा”। हाल ही में 5 जुलाई 2025 को जापान में भूकंप और सुनामी की भविष्यवाणी ने फिर से लोगों का ध्यान इस रहस्यमयी नाम की ओर खींचा है। लेकिन सवाल यह है — असली बाबा वेंगा कौन थीं? और क्या आज जो भविष्यवाणियां वायरल हो रही हैं, वो उन्हीं की हैं?
1. असली बाबा वेंगा – वैंगेलिया पांडेवा गुश्तेरोवा
असल बाबा वेंगा का नाम था वैंगेलिया पांडेवा गुश्तेरोवा, जिनका जन्म 3 अक्टूबर 1911 को बुल्गारिया के स्ट्रुमिका इलाके में हुआ था। 12 वर्ष की उम्र में एक तूफान के दौरान उनकी आंखों की रोशनी चली गई थी। इसके बाद दावा किया गया कि उन्हें दिव्य दृष्टि प्राप्त हो गई और उन्होंने भविष्य देखना शुरू कर दिया।
उन्हें “बाल्कन का नास्त्रेदमस” कहा जाता था। कहा जाता है कि उन्होंने कई बड़े वैश्विक घटनाओं की भविष्यवाणी की थी:
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प्रिंसेस डायना की मौत
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9/11 वर्ल्ड ट्रेड सेंटर अटैक
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सोवियत यूनियन का टूटना
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बराक ओबामा का राष्ट्रपति बनना
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फुकुशिमा आपदा
हालांकि इन दावों का कोई ठोस वैज्ञानिक प्रमाण आज भी नहीं है।
2. जापान की नई बाबा वेंगा – रियो तात्सुकी
अब सोशल मीडिया पर एक नया नाम सामने आया है – रियो तात्सुकी, जिन्हें “जापानी बाबा वेंगा” कहा जा रहा है। बताया जाता है कि उन्होंने एक किताब लिखी – “The Future I Saw”, जिसमें उन्होंने आने वाले वर्षों की कई भविष्यवाणियां की हैं। उनके नाम से जो प्रमुख भविष्यवाणियां वायरल हुई हैं, उनमें ये शामिल हैं:
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2011 का फुकुशिमा भूकंप व सुनामी
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2019 में वैश्विक वायरस (COVID-19)
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2025 में जापान और ताइवान के बीच संभावित युद्ध या आपदा
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5 जुलाई 2025 को जापान में विनाशकारी सुनामी
हालांकि रियो तात्सुकी की पहचान, उनका अस्तित्व, और उनकी किताब के प्रमाण अभी तक किसी भी जापानी मीडिया में आधिकारिक रूप से दर्ज नहीं हैं।
3. दोनों में समानताएं और अंतर
विषय | वैंगेलिया गुश्तेरोवा (बुल्गारिया) | रियो तात्सुकी (जापान) |
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पहचान | ऐतिहासिक और दर्ज जीवन परिचय | अनौपचारिक, सीमित जानकारी |
किताब | नहीं, ज्यादातर मौखिक भविष्यवाणियां | “The Future I Saw” किताब |
प्रसिद्धि का माध्यम | यूरोप में लोकप्रचलित | सोशल मीडिया, TikTok, Telegram |
भविष्यवाणियां | अस्पष्ट लेकिन प्रभावी | कुछ स्पष्ट घटनाएं पर आधारित |
प्रमाण | कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं | प्रमाण अस्पष्ट और असत्यापित |
4. क्या सच में होती हैं भविष्यवाणियां सच?
भविष्यवाणियों की सटीकता पर वैज्ञानिक जगत हमेशा संदेह जताता है। कई बार ये भविष्यवाणियां इतनी अस्पष्ट होती हैं कि उन्हें किसी भी घटना से जोड़ना आसान होता है। सोशल मीडिया का प्रभाव आज इतना है कि कोई भी कथित भविष्यवाणी तेजी से फैल जाती है और डर का माहौल बन जाता है।
हाल ही में जापान में आए 19 जून 2025 के भूकंप को भी रियो तात्सुकी की भविष्यवाणी से जोड़कर देखा जा रहा है, जिससे उनकी “5 जुलाई” वाली भविष्यवाणी को लेकर चिंता और भी बढ़ गई।
5. निष्कर्ष: भ्रम, मिथक या वास्तविकता?
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बाबा वेंगा यानी वैंगेलिया एक ऐतिहासिक व्यक्ति थीं, जिनकी जीवन कथा और भविष्यवाणियां लोकविश्वास में जगह बना चुकी हैं।
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रियो तात्सुकी के बारे में अब तक केवल अनौपचारिक दावे और सोशल मीडिया चर्चाएं हैं।
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भविष्यवाणी एक विवादित और अस्पष्ट क्षेत्र है, जो लोगों की भावनाओं और विश्वासों पर आधारित होता है, वैज्ञानिक तथ्यों पर नहीं।
(डिसक्लेमर):
यह लेख प्रचलित जानकारियों, सोशल मीडिया चर्चाओं और ऐतिहासिक तथ्यों पर आधारित है। हम किसी भी भविष्यवाणी की सटीकता की पुष्टि नहीं करते हैं। इसका उद्देश्य मात्र जनसामान्य को सूचित करना है। किसी भी सूचना को अंतिम सत्य मानने से पहले कृपया विशेषज्ञ सलाह या अधिकृत स्रोतों से जानकारी लें।