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वजन घटाने के आयुर्वेदिक तरीके: बिना साइड इफेक्ट के मोटापा कम करें

🧘‍♂️ वजन घटाने के आयुर्वेदिक तरीके: प्राकृतिक तरीके से मोटापा कम करें

वर्तमान समय में मोटापा एक आम समस्या बन गई है, जो न केवल शारीरिक सुंदरता को प्रभावित करता है, बल्कि यह कई बीमारियों की जड़ भी है। डायबिटीज, ब्लड प्रेशर, थायरॉइड, हार्ट डिजीज जैसी कई समस्याएं मोटापे की वजह से ही शुरू होती हैं। हालांकि बाजार में कई तरह की दवाएं, डाइट प्लान और वेट लॉस प्रोडक्ट्स मिलते हैं, लेकिन इनमें से अधिकतर के साइड इफेक्ट्स भी होते हैं।

आयुर्वेद एक ऐसी प्राचीन चिकित्सा पद्धति है, जो बिना किसी साइड इफेक्ट के शरीर के संतुलन को बनाए रखती है और मोटापा कम करने में भी प्रभावी सिद्ध हुई है। आइए जानते हैं कुछ असरदार आयुर्वेदिक तरीके जो वजन घटाने में सहायक हैं।


🍃 1. त्रिफला का सेवन करें

त्रिफला – हरड़, बहेरा और आंवला का मिश्रण है। यह पाचन क्रिया को दुरुस्त करता है और शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालता है। त्रिफला पाउडर को रात में सोने से पहले गुनगुने पानी के साथ लेने से शरीर की चर्बी कम होती है।

कैसे लें:
1 चम्मच त्रिफला चूर्ण + 1 गिलास गुनगुना पानी, रात को सोने से पहले।


🍯 2. शहद और नींबू का मिश्रण

यह एक सबसे प्रसिद्ध आयुर्वेदिक उपाय है। शहद शरीर को ऊर्जा देता है और नींबू शरीर में मौजूद अतिरिक्त फैट को पिघलाता है।

कैसे लें:
सुबह खाली पेट, 1 गिलास गुनगुने पानी में आधा नींबू और 1 चम्मच शहद मिलाकर पिएं।


🌱 3. गुग्गुलु (Guggul)

गुग्गुल एक आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी है, जिसका उपयोग प्राचीन काल से मोटापा और कोलेस्ट्रॉल कम करने के लिए किया जाता है। यह मेटाबोलिज्म को तेज करता है और फैट को बर्न करने में मदद करता है।

कैसे लें:
गुग्गुल की टैबलेट या चूर्ण को आयुर्वेदाचार्य की सलाह से ही लें।


🌾 4. पंचकर्म थेरेपी

आयुर्वेद की पंचकर्म विधि शरीर के भीतर की गंदगी को बाहर निकालती है। इसमें वमन, विरेचन, बस्ती, नस्य और रक्तमोक्षण शामिल होते हैं। यह शरीर को डीटॉक्स कर मेटाबोलिज्म को बेहतर बनाती है।


🍵 5. हर्बल चाय का सेवन करें

दालचीनी, सौंफ, अदरक और अश्वगंधा जैसी जड़ी-बूटियों से बनी हर्बल चाय वजन कम करने में मदद करती है।

कैसे बनाएं हर्बल चाय:

  • 1 कप पानी में थोड़ा सा दालचीनी, 1 चुटकी सौंठ और सौंफ डालकर उबालें

  • छानकर इसमें नींबू की कुछ बूंदें मिलाएं और सुबह-शाम पिएं।


🕖 6. भोजन का समय निर्धारित करें (अहार नियम)

आयुर्वेद में कहा गया है कि “समय पर खाना और सीमित मात्रा में खाना” सबसे बड़ा इलाज है।

  • सुबह का नाश्ता सबसे भारी

  • दोपहर का खाना संतुलित

  • रात का भोजन हल्का और सूर्यास्त से पहले लें।

  • बीच-बीच में फल, सलाद, और गर्म पानी पीते रहें।


🧘‍♀️ 7. योग और प्राणायाम

आयुर्वेद केवल जड़ी-बूटियों पर नहीं, बल्कि जीवनशैली सुधारने पर भी जोर देता है।
वजन घटाने के लिए लाभकारी योगासन:

  • सूर्य नमस्कार

  • कपालभाति

  • त्रिकोणासन

  • भुजंगासन

  • वज्रासन (खाने के बाद बैठने के लिए)


🚫 8. इन चीजों से बचें

  • तले-भुने और जंक फूड

  • चीनी और मीठी चीजें

  • देर रात खाना और देर रात तक जागना

  • ठंडा पानी, खासकर खाने के तुरंत बाद

  • अधिक मात्रा में बैठना (बैठे-बैठे जीवनशैली से बचें)


📌 निष्कर्ष:

वजन घटाने के लिए आयुर्वेदिक तरीके न केवल असरदार हैं, बल्कि शरीर के भीतर की अशुद्धियों को भी दूर करते हैं। ये उपाय न केवल शरीर को हल्का और चुस्त बनाते हैं, बल्कि मानसिक शांति और ऊर्जा भी प्रदान करते हैं। आयुर्वेद के अनुसार, वजन घटाने की शुरुआत पेट से होती है, और इसके लिए नियमित दिनचर्या, संतुलित आहार, और मानसिक संतुलन जरूरी है।

(डिसक्लेमर/अस्वीकरण):
इस लेख में दी गई जानकारियां आयुर्वेदिक ग्रंथों, विशेषज्ञ सलाहों, और प्रचलित घरेलू उपायों पर आधारित हैं। हमने पूरी सावधानी से इस लेख को रिसर्च करके तैयार किया है, लेकिन किसी भी प्रकार की बीमारी या स्वास्थ्य समस्या के लिए यह चिकित्सीय सलाह का विकल्प नहीं है। लेख में वर्णित उपायों का पालन करने से पहले किसी योग्य चिकित्सक या आयुर्वेदाचार्य से परामर्श अवश्य लें। TV10 Network किसी भी स्वास्थ्य हानि के लिए जिम्मेदार नहीं होगा।

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विमल "हिंदुस्तानी"
"लेखक ने दिल्ली एनसीआर के प्रमुख संस्थान से Mass Communication & Journalisam with Advertisment मे दो वर्ष अध्ययन किया है एवं पिछले दस वर्षों से मीडिया जगत से जुड़े हैं। उन्होंने विभिन्न न्यूज़ चैनलों में संवाददाता के रूप में कार्य किया है और एक समाचार पत्र का संपादन, प्रकाशन तथा प्रबंधन भी स्वयं किया है। लेखक की विशेषता यह है कि वे भीड़ के साथ चलने के बजाय ऐसे विषयों को उठाते हैं जो अक्सर अनछुए रह जाते हैं। उनका उद्देश्य लेखनी के माध्यम से भ्रम नहीं, बल्कि ‘ब्रह्म’ – यानि सत्य, सार और सच्चाई – को प्रस्तुत करना है।"