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अंतर्राष्ट्रीय समाचार

World News Today : 28 जून 2025 वर्ल्ड न्यूज़: इजराइल-ईरान, ब्रिक्स, गाज़ा

🌍 1. रुआंडा और कांगो ने यूएस-मध्यस्थता में शांति समझौते पर हस्ताक्षर किए

 

रुआंडा और डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कांगो ने वॉशिंगटन में एक शांति समझौते पर हस्ताक्षर किए। इस समझौते के तहत पूर्वी कांगो से रुआंडाई सैनिक 90 दिनों में हटेंगे, और इस क्षेत्र में कोबाल्टर, लिथियम जैसे कीमती खनिजों के लिए निवेश बढ़ेगा


🇮🇱 2. इजरायल ने 30 ईरानी खुफिया अधिकारियों और 11 वैज्ञानिक मारे

12 दिनों की एयर स्ट्राइक में, इज़राइल ने 30 से अधिक वरिष्ठ ईरानी सुरक्षा अधिकारियों और 11 परमाणु वैज्ञानिकों को मारा। इसमें 900 से अधिक लक्ष्य निशाना थे और मिसाइल उत्पादन क्षमताओं को बुरी तरह नुकसान पहुंचा


🛢️ 3. OPEC+ ने अगस्त में उत्पादन बढ़ाने की योजना की जानकारी मिलने पर तेल की कीमतें स्थिर हुईं

OPEC+ द्वारा अगस्त में उत्पादन बढ़ाने की योजना के चलते कच्चे तेल की कीमतें $67–68 प्रति बैरल के आस-पास बनी रहीं, हालाँकि सप्ताह में लगभग 12% की गिरावट रही


🏳️‍🌈 4. Budapest Pride मार्च कई देशों के विरोध के बावजूद आयोजित होने की उम्मीद

हजारों LGBTQ+ समर्थक हैंगेरियन राजधानी बुडापेस्ट में पुलिस द्वारा लगे बैन के बावजूद Pride मार्च में शामिल होने की तैयारी कर रहे हैं। 30 देशों की कंपन रहेंगे और यूरोपीय आयोग ने मार्च आयोजित करने की मांगी अनुमति


🌐 5. UN प्रमुख का Gaza में अमेरिकी सहायता अभियान पर तंज: “यह लोगों को मार रहा है”

UN सचिव महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने कहा कि गाजा में अमेरिकी सहायता कार्यक्रम “खतरनाक” और “नागरिकों के लिए जानलेवा” है, और उन्होंने तत्काल गठित अंतर्राष्ट्रीय राजनीतिक प्रयास से युद्दविराम के लिए आह्वान किया


🤝 6. ट्रम्प ने उत्तर कोरिया से संघर्ष सुलझाने की फिर जताई प्रतिबद्धता

पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प ने कहा कि वे उत्तर कोरिया के साथ संबंध सुधारने और विस्फोटक स्थिति को सुलझाने की कोशिश जारी रखेंगे। उन्होंने कहा कि किम और उनके बीच “अच्छा संबंध” है


🧭 संक्षिप्त विश्लेषण

  • अफ्रीका में निवेश और स्थिरता की नई दिशा मिल रही है।

  • मध्य-पूर्व सुरक्षा चिंताएँ हवा में बनी हुई हैं—विशेषकर ईरानी-इजरायली टकराव।

  • OPEC+ और तेल बाज़ार में संतुलन सावधानी से बना हुआ है।

  • LGBTQ+ अधिकार संघर्ष और वैश्विक मानवाधिकार डिबेट जारी हैं।

  • गाजा संकट पर वैश्विक नीतिकार कठोर बयान दे रहे हैं।

  • यूएस—उत्तर कोरिया कूटनीति में फिर से हलचल।

विमल "हिंदुस्तानी"
"लेखक ने दिल्ली एनसीआर के प्रमुख संस्थान से Mass Communication & Journalisam with Advertisment मे दो वर्ष अध्ययन किया है एवं पिछले दस वर्षों से मीडिया जगत से जुड़े हैं। उन्होंने विभिन्न न्यूज़ चैनलों में संवाददाता के रूप में कार्य किया है और एक समाचार पत्र का संपादन, प्रकाशन तथा प्रबंधन भी स्वयं किया है। लेखक की विशेषता यह है कि वे भीड़ के साथ चलने के बजाय ऐसे विषयों को उठाते हैं जो अक्सर अनछुए रह जाते हैं। उनका उद्देश्य लेखनी के माध्यम से भ्रम नहीं, बल्कि ‘ब्रह्म’ – यानि सत्य, सार और सच्चाई – को प्रस्तुत करना है।"