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अमेरिका ने TRF को आतंकी संगठन घोषित किया, भारत ने कहा – सराहनीय कदम | TV10 Network

📌 अमेरिका ने TRF को आतंकी संगठन घोषित किया, भारत ने कहा – सराहनीय कदम

हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद अमेरिका ने बड़ा कदम उठाते हुए आतंकवादी संगठन द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) को विदेशी आतंकवादी संगठन (Foreign Terrorist Organization – FTO) घोषित कर दिया है। इस हमले की जिम्मेदारी खुद TRF ने ली थी, जिसमें 26 निर्दोष पर्यटक मारे गए थे


🇮🇳 भारत ने जताया आभार

इस फैसले पर भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने अमेरिका का आभार जताया और कहा कि भारत और अमेरिका आतंकवाद के खिलाफ एक साथ खड़े हैं। उन्होंने अपने एक्स (पूर्व ट्विटर) पोस्ट में कहा:

“भारत-अमेरिका आतंकवाद के खिलाफ एक साथ खड़े हैं, इसकी मजबूत पुष्टि हुई है। अमेरिका और विदेश मंत्री मार्को रुबियो का आभार जिन्होंने लश्कर-ए-तैयबा के प्रतिनिधि संगठन TRF को FTO और SDGT घोषित किया।”


🔍 क्या है TRF?

TRF (The Resistance Front), दरअसल, पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा का एक छद्म संगठन (प्रॉक्सी यूनिट) है। यह संगठन पिछले कुछ वर्षों में जम्मू-कश्मीर में कई आतंकी हमलों को अंजाम दे चुका है। TRF का मकसद अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लश्कर का नाम छुपाकर हमलों को अंजाम देना रहा है।

📍 प्रमुख घटनाएं जिनमें TRF का हाथ रहा:

  • कश्मीर में टारगेटेड किलिंग्स

  • सेना और सुरक्षाबलों पर हमले

  • नागरिकों पर हमले

  • और अब पहलगाम हमला, जिसकी उसने खुद जिम्मेदारी ली


🌍 अमेरिका का यह कदम क्यों महत्वपूर्ण है?

अमेरिका द्वारा TRF को आतंकवादी संगठन घोषित करना सिर्फ भारत की आतंकवाद विरोधी नीति को समर्थन देना नहीं है, बल्कि यह वैश्विक स्तर पर आतंकवाद के खिलाफ कड़ा संदेश भी है। इससे:

  • TRF के आर्थिक लेन-देन पर रोक लगेगी

  • इससे जुड़े लोग अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नजर में आएंगे

  • पाकिस्तान की वैश्विक छवि और कमजोर होगी


🗨️ अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो का बयान

अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने बयान में कहा:

“TRF को आतंकी संगठन घोषित करना अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा नीति का हिस्सा है। यह फैसला आतंकवाद के खिलाफ हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाता है और दुनिया भर में शांति कायम रखने की दिशा में उठाया गया एक ज़रूरी कदम है।”


📞 भारत-अमेरिका सहयोग

पहलगाम हमले के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को फोन कर समर्थन जताना और अब TRF पर प्रतिबंध लगाना, यह दर्शाता है कि भारत और अमेरिका के रिश्ते केवल रणनीतिक नहीं बल्कि आतंकवाद जैसे मुद्दों पर भी मजबूत होते जा रहे हैं


TRF पर अमेरिका का यह बड़ा फैसला न सिर्फ भारत के लिए एक राजनयिक और रणनीतिक जीत है, बल्कि पाकिस्तान समर्थित आतंकवाद के खिलाफ एक कड़ा कदम भी है। आने वाले समय में यह कार्रवाई TRF की गतिविधियों पर प्रभाव डालेगी और भारत को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आतंकवाद के खिलाफ अपनी लड़ाई को और मजबूती मिलेगी।


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📜 (डिस्क्लेमर)

इस लेख में दी गई जानकारी सार्वजनिक स्रोतों और समाचार एजेंसियों पर आधारित है। हमारा उद्देश्य केवल सूचना देना है। लेख में दिए गए किसी भी बयान या टिप्पणी की पुष्टि या समर्थन TV10 Network द्वारा नहीं किया गया है।

विमल "हिंदुस्तानी"
"लेखक ने दिल्ली एनसीआर के प्रमुख संस्थान से Mass Communication & Journalisam with Advertisment मे दो वर्ष अध्ययन किया है एवं पिछले दस वर्षों से मीडिया जगत से जुड़े हैं। उन्होंने विभिन्न न्यूज़ चैनलों में संवाददाता के रूप में कार्य किया है और एक समाचार पत्र का संपादन, प्रकाशन तथा प्रबंधन भी स्वयं किया है। लेखक की विशेषता यह है कि वे भीड़ के साथ चलने के बजाय ऐसे विषयों को उठाते हैं जो अक्सर अनछुए रह जाते हैं। उनका उद्देश्य लेखनी के माध्यम से भ्रम नहीं, बल्कि ‘ब्रह्म’ – यानि सत्य, सार और सच्चाई – को प्रस्तुत करना है।"