व्रत स्पेशल साबूदाना डिश
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Sawan Special : सावन स्पेशल रेसिपी: साबूदाना खिचड़ी |TV10 Network

🥣 Sawan Special : सावन स्पेशल रेसिपी: साबूदाना खिचड़ी

सावन का महीना आते ही पूरे वातावरण में भक्ति, श्रद्धा और शुद्धता की भावना व्याप्त हो जाती है। इस पावन समय में व्रत और उपवास का विशेष महत्व होता है। ऐसे में शरीर को ऊर्जा देने वाले और पेट पर हल्का पड़ने वाले भोजन की आवश्यकता होती है, जो स्वादिष्ट भी हो और स्वास्थ्यवर्धक भी। साबूदाना खिचड़ी ऐसे ही व्यंजनों में से एक है, जिसे खासतौर पर व्रत-उपवास के दौरान खाया जाता है।

साबूदाना में मौजूद कार्बोहाइड्रेट्स शरीर को त्वरित ऊर्जा प्रदान करते हैं, वहीं इसमें मिला मूंगफली प्रोटीन का अच्छा स्रोत है और आलू इसे और भी पौष्टिक बनाते हैं। यह रेसिपी न केवल भूख को शांत करती है, बल्कि पेट को हल्का और मन को तृप्त रखती है।

चाहे आप सोमवार का व्रत कर रहे हों, सावन में शिव उपासना कर रहे हों या फिर किसी भी प्रकार का उपवास हो — साबूदाना खिचड़ी आपके भोजन की थाली में एक आदर्श विकल्प बन सकती है। इसका झटपट बनने वाला तरीका और सरल सामग्री इसे हर रसोई के लिए उपयुक्त बनाते हैं।

🌿 आवश्यक सामग्री:

  • साबूदाना (1 कप) – 4-5 घंटे पानी में भिगोया हुआ

  • मूंगफली (½ कप) – भूनी हुई

  • आलू (1 मीडियम) – उबला और कटा हुआ

  • हरी मिर्च (1-2) – बारीक कटी

  • करी पत्ता – 5-6

  • सेंधा नमक – स्वादानुसार

  • नींबू रस – 1 छोटा चम्मच

  • देसी घी या मूंगफली का तेल – 2 चम्मच

  • हरा धनिया – सजाने के लिए


👩‍🍳 बनाने की विधि:

  1. भीगे हुए साबूदाना को छानकर एक प्लेट में फैला दें। अगर साबूदाना हाथ में चिपक रहा है तो थोड़ी देर और सूखने दें।

  2. एक कड़ाही में घी गरम करें, उसमें हरी मिर्च, करी पत्ता और कटे हुए आलू डालें। हल्का सुनहरा होने तक भूनें।

  3. अब इसमें भूनी मूंगफली और साबूदाना डालें। धीमी आंच पर लगातार चलाते हुए पकाएं ताकि साबूदाना चिपके नहीं।

  4. जब साबूदाना पारदर्शी दिखने लगे तो सेंधा नमक और नींबू रस डालकर मिलाएं।

  5. आंच बंद करें और ऊपर से हरा धनिया डालकर सजाएं।


🍽️ परोसने का तरीका:

इसे आप गरमा-गरम दही या सादा नींबू के अचार के साथ परोस सकते हैं। यह रेसिपी व्रत के दिनों के लिए हल्की, स्वादिष्ट और पेट भरने वाली होती है।


⚠️ Disclaimer:

(डिस्क्लेमर) यह रेसिपी सामान्य जानकारी और पारंपरिक अनुभवों पर आधारित है। कृपया किसी भी स्वास्थ्य समस्या या विशेष व्रत नियमों के लिए अपने चिकित्सक या आचार्य से परामर्श लें। इसमें प्रयुक्त सामग्री जैसे मूंगफली या घी से एलर्जी वाले व्यक्ति इसे न लें।


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विमल "हिंदुस्तानी"
"लेखक ने दिल्ली एनसीआर के प्रमुख संस्थान से Mass Communication & Journalisam with Advertisment मे दो वर्ष अध्ययन किया है एवं पिछले दस वर्षों से मीडिया जगत से जुड़े हैं। उन्होंने विभिन्न न्यूज़ चैनलों में संवाददाता के रूप में कार्य किया है और एक समाचार पत्र का संपादन, प्रकाशन तथा प्रबंधन भी स्वयं किया है। लेखक की विशेषता यह है कि वे भीड़ के साथ चलने के बजाय ऐसे विषयों को उठाते हैं जो अक्सर अनछुए रह जाते हैं। उनका उद्देश्य लेखनी के माध्यम से भ्रम नहीं, बल्कि ‘ब्रह्म’ – यानि सत्य, सार और सच्चाई – को प्रस्तुत करना है।"