Ahmedabad Plane Crash, AAIB Report,
अंतर्राष्ट्रीय टेक समाचार

Ahmedabad Plane Crash: देखें पूरी जांच रिपोर्ट – टेकऑफ के 32 सेकंड बाद कैसे हुआ हादसा? जांच रिपोर्ट में सामने आई चौंकाने वाली बातें

Ahmedabad Plane Crash: टेकऑफ के 32 सेकंड बाद कैसे हुआ हादसा? जांच रिपोर्ट में सामने आई चौंकाने वाली बातें

नई दिल्ली: अहमदाबाद में हुए विमान हादसे को एक महीना बीत चुका है और अब इस दुर्घटना पर विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (AAIB) ने अपनी प्राथमिक जांच रिपोर्ट जारी कर दी है। इस रिपोर्ट में न केवल टेकऑफ के बाद तकनीकी गड़बड़ी को हादसे का मुख्य कारण बताया गया है, बल्कि पायलटों के बीच हुई आखिरी बातचीत भी सामने आई है, जिससे यह हादसा और भी रहस्यमय हो गया है।

क्या हुआ टेकऑफ के तुरंत बाद?

Air India के Boeing 787-8 विमान ने उड़ान भरने के महज 32 सेकंड बाद ही हवा में नियंत्रण खो दिया। रिपोर्ट के अनुसार:

  • उड़ान भरते ही दोनों इंजनों के फ्यूल कंट्रोल स्विच अचानक बंद हो गए।

  • 08:08:39 UTC पर विमान एयर मोड में गया और 08:08:42 UTC पर 180 नॉट IAS (Indicated Airspeed) की अधिकतम गति दर्ज की गई।

  • तुरंत बाद इंजन 1 और इंजन 2 के फ्यूल कटऑफ स्विच एक-एक सेकंड के अंतर पर RUN से CUTOFF की स्थिति में चले गए।

पायलटों की आखिरी बातचीत

कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर (CVR) से मिले ऑडियो में सामने आया है कि:

  • एक पायलट ने दूसरे से पूछा, “आपने कट ऑफ क्यूँ  किया?”

  • जवाब में दूसरा पायलट बोला, “मैंने नहीं किया।”

यह संवाद विमान के इंजन बंद होने की अनपेक्षित और अचानक स्थिति को दर्शाता है।

पूरी रिपोर्ट पढ़ें  👇

RAT सिस्टम का एक्टिव होना

CCTV फुटेज के अनुसार, विमान के टेकऑफ के कुछ ही सेकंड बाद रैम एयर टर्बाइन (RAT) सक्रिय हो गई, जो यह संकेत देती है कि विमान की मुख्य बिजली आपूर्ति बंद हो गई थी।

  • यह RAT तब सक्रिय होती है जब विमान की दोनों इंजन बंद हो जाते हैं और इमरजेंसी पावर सप्लाई की आवश्यकता होती है।

  • विमान ने एयरपोर्ट की सीमा दीवार पार करने से पहले ही ऊंचाई खोनी शुरू कर दी थी।

इंजन को दोबारा स्टार्ट करने की कोशिश

  • 08:08:52 UTC पर इंजन 1 का फ्यूल कटऑफ स्विच वापस RUN में आया।

  • 08:08:56 UTC पर इंजन 2 का स्विच भी RUN में लौटा।

  • इंजन 1 में दोबारा प्रज्वलन (re-ignition) के संकेत मिले लेकिन इंजन 2 अपनी कोर गति नहीं पकड़ पाया और बार-बार प्रयास के बाद भी पुनः चालू नहीं हो सका।

हादसे का समय और स्थान

  • लगभग 08:09:05 UTC पर पायलटों में से एक ने ‘Mayday Mayday Mayday’ कॉल दी।

  • 08:09:11 UTC पर EAFR (Enhanced Airborne Flight Recorder) की रिकॉर्डिंग बंद हो गई।

  • विमान एयरपोर्ट से महज 0.9 नॉटिकल मील दूर एक हॉस्टल के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गया।

हादसे से जुड़ी मुख्य बातें

  • थ्रस्ट लीवर निष्क्रिय पाए गए, लेकिन ब्लैक बॉक्स रिकॉर्डिंग से पता चलता है कि टेकऑफ थ्रस्ट सक्रिय था।

  • ईंधन परीक्षण में कोई संदूषण नहीं मिला।

  • फ्लैप सेटिंग (5°) और लैंडिंग गियर सामान्य स्थिति में थे।

  • कोई पक्षी टकराव, मौसम खराबी या दृश्यता की समस्या नहीं थी।

  • दोनों पायलट स्वस्थ, अनुभवयुक्त और आराम की स्थिति में थे।

  • विमान का भार और संतुलन नियमित सीमा में था।

एयर इंडिया की प्रतिक्रिया

AAIB की रिपोर्ट पर एयर इंडिया ने सार्वजनिक बयान में कहा:

“हमने जांच रिपोर्ट प्राप्त कर ली है और हम AAIB व अन्य संबंधित एजेंसियों के साथ पूर्ण सहयोग करेंगे। हम इस हादसे पर गहरा शोक व्यक्त करते हैं और पीड़ितों के परिजनों को हर संभव सहायता देने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”

एयर इंडिया ने फिलहाल जांच पूरी होने तक किसी भी निष्कर्ष पर टिप्पणी करने से इनकार किया है।


AAIB की यह प्राथमिक रिपोर्ट कई महत्वपूर्ण सवालों को जन्म देती है, खासकर फ्यूल कंट्रोल स्विच की अचानक विफलता और टेकऑफ के महज 32 सेकंड में हादसा हो जाने को लेकर। अंतिम जांच रिपोर्ट से ही पूरी सच्चाई सामने आ सकेगी, लेकिन अभी तक की रिपोर्ट यह दिखाती है कि तकनीकी गड़बड़ी और संभावित सिस्टम फेल्योर ने इस भयावह हादसे को जन्म दिया।


(डिसक्लेमर): यह रिपोर्ट AAIB द्वारा जारी आधिकारिक जानकारी और मीडिया स्रोतों पर आधारित है। हमारा उद्देश्य केवल सूचना साझा करना है, किसी भी प्रकार की तकनीकी अथवा सुरक्षा सलाह के रूप में इसे न लें। यदि आपके पास इस विषय से जुड़ी कोई और जानकारी हो तो हमें info@tvtennetwork.com पर भेजें।

विमल "हिंदुस्तानी"
"लेखक ने दिल्ली एनसीआर के प्रमुख संस्थान से Mass Communication & Journalisam with Advertisment मे दो वर्ष अध्ययन किया है एवं पिछले दस वर्षों से मीडिया जगत से जुड़े हैं। उन्होंने विभिन्न न्यूज़ चैनलों में संवाददाता के रूप में कार्य किया है और एक समाचार पत्र का संपादन, प्रकाशन तथा प्रबंधन भी स्वयं किया है। लेखक की विशेषता यह है कि वे भीड़ के साथ चलने के बजाय ऐसे विषयों को उठाते हैं जो अक्सर अनछुए रह जाते हैं। उनका उद्देश्य लेखनी के माध्यम से भ्रम नहीं, बल्कि ‘ब्रह्म’ – यानि सत्य, सार और सच्चाई – को प्रस्तुत करना है।"