दुनिया के सबसे ज्यादा सैलरी पाने वाले CFO वैभव तनेजा
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एलन मस्क के करीबी और भारत के बेटे: जानिए वैभव तनेजा कौन हैं

मस्क की पार्टी से जुड़े वैभव तनेजा कौन हैं? जिनकी सैलरी दुनिया में सबसे ज्यादा

जब भी टेक्नोलॉजी और इनोवेशन की बात होती है, तो एलन मस्क का नाम सबसे ऊपर आता है। टेस्ला, स्पेसएक्स और अब अमेरिका की राजनीति में सक्रिय मस्क ने हाल ही में ‘अमेरिका पार्टी’ नाम से एक नई राजनीतिक पार्टी की शुरुआत की है। इस पार्टी से एक खास नाम जुड़ा है—वैभव तनेजा, जो अब मस्क की पार्टी के कोषाध्यक्ष (Treasurer) बनाए गए हैं।

कौन हैं वैभव तनेजा? Vaibhav Taneja Profile

वैभव तनेजा भारतीय मूल के वित्तीय विशेषज्ञ हैं जिन्होंने टेस्ला जैसे विश्वप्रसिद्ध ऑटो और एनर्जी कंपनी में मुख्य वित्तीय अधिकारी (CFO) के तौर पर काम किया है। 2023 तक वह टेस्ला के CFO रहे और अब उन्हें मस्क की राजनीतिक पार्टी में वित्तीय जिम्मेदारी सौंपी गई है।

दिल्ली विश्वविद्यालय से कॉमर्स में स्नातक की डिग्री लेने वाले वैभव एक सामान्य भारतीय परिवार से आते हैं। उन्होंने चार्टर्ड अकाउंटेंसी की पढ़ाई कर 2006 में सर्टिफाइड अकाउंटेंट का दर्जा प्राप्त किया।

ट्रेजरार की भूमिका क्या होती है?

राजनीतिक पार्टी में कोषाध्यक्ष (Treasurer) का पद बहुत अहम होता है। पार्टी के वित्तीय लेनदेन, डोनेशन का रिकॉर्ड, चंदा व्यवस्था, वित्तीय पारदर्शिता, और कानूनी अनुपालन जैसे जिम्मेदार कार्य ट्रेजरार के अधीन होते हैं।

एलन मस्क की अमेरिका पार्टी के संदर्भ में वैभव की यह भूमिका और भी महत्वपूर्ण हो जाती है क्योंकि यह पार्टी अमेरिका की राजनीति में बदलाव लाने का दावा कर रही है, और इसे मस्क जैसी बड़ी हस्ती समर्थन दे रही है।

क्यों चर्चा में हैं वैभव तनेजा?

वैभव तनेजा इस वक्त दो वजहों से खास चर्चा में हैं—

  1. एलन मस्क की नई पार्टी के ट्रेजरार बनने के कारण।

  2. दुनिया के सबसे ज्यादा सैलरी पाने वाले CFO होने के कारण।

कितनी है वैभव तनेजा की सैलरी?

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, साल 2024 में वैभव तनेजा की कुल सैलरी करीब 139 मिलियन डॉलर (लगभग 1150 करोड़ रुपये) रही। हालांकि उनकी बेसिक सैलरी 3.33 करोड़ रुपये के करीब है, लेकिन असली कमाई स्टॉक ऑप्शन, इक्विटी अवॉर्ड्स और बोनस के रूप में होती है।

जिस समय उन्होंने टेस्ला के शेयर को कैश कराया था, उस वक्त शेयर की कीमत लगभग 250 डॉलर प्रति यूनिट थी। इससे उन्हें करोड़ों की आय हुई।

सुंदर पिचाई और सत्य नडेला से आगे

जहां गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई की सैलरी करीब 10.73 मिलियन डॉलर और माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ सत्य नडेला की सैलरी 79.1 मिलियन डॉलर है, वहीं वैभव तनेजा ने 139 मिलियन डॉलर की कमाई कर इन दोनों को पीछे छोड़ दिया है।

टेस्ला में सफर

वैभव तनेजा ने साल 2017 में टेस्ला कंपनी को जॉइन किया था। उससे पहले वह PwC और SolarCity जैसी कंपनियों में वरिष्ठ पदों पर काम कर चुके थे। टेस्ला में उन्होंने शुरुआत में चीफ अकाउंटिंग ऑफिसर का पद संभाला और बाद में उन्हें CFO बना दिया गया।

उनकी रणनीतिक सोच और वित्तीय अनुभव की वजह से टेस्ला ने भारत में भी अपनी योजनाओं को सक्रिय किया। वैभव तनेजा ने भारत में EV सेक्टर के विकास और टेस्ला के संभावित निवेश को लेकर अहम भूमिका निभाई है।

भारत से नाता

वैभव तनेजा का जन्म दिल्ली में हुआ था। उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी से कॉमर्स में ग्रेजुएशन किया और फिर चार्टर्ड अकाउंटेंसी में उच्च शिक्षा प्राप्त की। वह अमेरिका जाकर एक सफल करियर की ऊंचाइयों तक पहुंचे, लेकिन उनका जुड़ाव भारत से बना रहा।

एलन मस्क के साथ कैसे जुड़े?

टेस्ला के CFO बनने के बाद वैभव मस्क की टीम के प्रमुख सदस्यों में शामिल हो गए। मस्क की नई राजनीतिक सोच और उनके “अमेरिका फर्स्ट” दृष्टिकोण में वैभव को वित्तीय स्थिरता का प्रतीक माना जा रहा है। यही वजह है कि मस्क ने अपनी पार्टी की वित्तीय जिम्मेदारी उन्हें सौंपी।

वैभव तनेजा का सफर प्रेरणादायक है—एक आम भारतीय छात्र से लेकर दुनिया के सबसे बड़े टेक्नोलॉजी ब्रांड के CFO बनने तक और अब अमेरिकी राजनीति में प्रभावशाली भूमिका निभाने तक।

एलन मस्क की ‘अमेरिका पार्टी’ की राह अभी लंबी है, लेकिन वैभव तनेजा जैसे अनुभवी और भरोसेमंद व्यक्तित्व की मौजूदगी इस नई पार्टी को एक मजबूत आर्थिक आधार देने का काम जरूर करेगी।

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विमल "हिंदुस्तानी"
"लेखक ने दिल्ली एनसीआर के प्रमुख संस्थान से Mass Communication & Journalisam with Advertisment मे दो वर्ष अध्ययन किया है एवं पिछले दस वर्षों से मीडिया जगत से जुड़े हैं। उन्होंने विभिन्न न्यूज़ चैनलों में संवाददाता के रूप में कार्य किया है और एक समाचार पत्र का संपादन, प्रकाशन तथा प्रबंधन भी स्वयं किया है। लेखक की विशेषता यह है कि वे भीड़ के साथ चलने के बजाय ऐसे विषयों को उठाते हैं जो अक्सर अनछुए रह जाते हैं। उनका उद्देश्य लेखनी के माध्यम से भ्रम नहीं, बल्कि ‘ब्रह्म’ – यानि सत्य, सार और सच्चाई – को प्रस्तुत करना है।"